Mulank 7 | मूलांक 7 | Numerology
/in Numerology /by Rajesh Shrimaliजानें, मूलांक 7 वालों का भविष्य और भविष्यफल | Know, the future and predictions of the people of Radix 7
जिनका जन्म 7/16/ या 25 तारीख़ को हुआ है। उन सभी का मूंलाक 7 है। इस मूलांक का स्वामी केतु है। तो आईये जाने, कुछ महत्वपूर्ण बातें इनके बारे में:
मूलांक 7 चुनौती-भरा अंक हैं। इस अंक वाला जातक दिलेर हैं, साहसी हैं तथा हिम्मत से ओतप्रोत हैं। जीवन को इन्होंने चुनौती के रूप में देखा हैं और स्वीकार किया हैं। इनका एक ही लक्ष्य होता हैं, एक ही ध्येय होता हैं – अपने गंतव्य की ओर बढ़ते रहना, फिर भले ही मार्ग में कितनी ही बाधाएं, परेशानियाँ एवं संकट आएं।
निराशा इन्हें छू तक नहीं सकती।
हां, यह बात अवश्य हैं कि जितने अधिक संघर्ष ये झेलते है, उतने शायद ही कोई अन्य झेलता होगा। परिस्थितियाँ हर घड़ी इनकी परीक्षा लेती रहती हैं, पर यह अविचलित अपने लक्ष्य को सामने रखता हैं, और अंत में इसमें सफल हो जाता हैं। श्रीमाली जी के अनुसार इस अंक के जातक अपने कार्य में ये किसी का हस्तक्षेप स्वीकार नहीं करते।
इनकी योजना तय होती हैं, इनके दिमाग में यह ठीक प्रकार से व्यस्थित होता हैं कि किस समय इन्हें क्या करना हैं फिर चाहे दूसरे कुछ भी कहें, कैसी भी सलाह दें, ये अपनी धुन से वही करते हैं जो इनके दिमाग में होता हैं। इनकी इच्छाशक्ति दृढ़ होती हैं, कठिनाईयों में ये मुस्कराते हैं, विपत्तियों एवं परेशानियों में से ये कुन्दन व सोने की तरह निखरकर चकाचौंध पैदा कर देते हैं।
जीवन किस प्रकार जीना चाहिए, ये बखूबी समझते हैं। स्वास्थ्य ठीक रहता हैं, पेट सम्बन्धी बीमारियाँ यदाकदा बनी रहती हैं। मित्रों से इन्हें विशेष लाभ नहीं होता यद्यपि मित्रों के लिये ये अपना सर्वस्व भी न्यौछावर करने को तैयार रहते हैं। आर्थिक दृष्टि से ये जीवन के 28वें साल के बाद से ही सफल होने लगते हैं तथा 36 वें साल में इनका भाग्योदय होता हैं।
इसके बाद से निरंतर आर्थिक दृष्टि से समृद्ध होते जाते हैं। ऐसे कार्य जो उच्चस्तरीय हों तथा बैंकिंग, योग साधना, ज्ञान, बागवानी, शिक्षा, बैंकिंग आदि इनके अनुकूल रहते हैं तथा इन क्षेत्रों में ये सफल भी जल्दी होते हैं।
यद्यपि ये मेहनत करने में पूर्ण विश्वास रखते हैं, पर इन्हें चाहिए कि ये ‘मूडी’ न बन जाएं, समाज में घुलना-मिलना भी इन्हें अच्छा लगता हैं, इन्हीं गुणों से ये जल्दी ही उन्नति की ओर अग्रसर होते हैं। मूलांक 7 सहृदय एवं सहयोगी भावना का प्रतीक हैं। आप में मूलतः तीन गुण हैं।
पहला गुण हैं: मौलिकता। कोई चीज जो आपकी नजर में ठीक नहीं हैं, उसमें कुछ न कुछ सुधार होना चाहिए और यदि आप पीछे ही पड़ जाए तो कुछ ही समय में उसमें सुधार करके भी दिखा देंगे। इसी प्रकार जिन वस्तुओं को लोग व्यर्थ या बेकार समझते हैं, उसमें भी कुछ उपयोगिता आप ढूंढ़ ही निकालेंगे।
आपका दूसरा गुण हैं: स्वतंत्र विचार शक्ति। आप प्रति क्षण कुछ न कुछ सोचते ही रहते हैं। आपका दिमाग खाली या निष्क्रिय नहीं रह सकता और वह सोचना कुछ न कुछ सार रखता हैं। उसके साथ ही आप व्यक्तिगत स्वतंत्रता के अधिक हिमायती हैं, आपके आसपास भी यदि किसी के साथ अन्याय हो रहा होगा तो आप सबसे पहले उसके हिमायती बनकर कूदेंगे, उसके लिए अधिकारियों से तकरार भी करेंगे, परंतु आप किसी की स्वतंत्रता का हनन नहीं देख सकते।
आपका तीसरा प्रधान गुण हैं: विशाल व्यक्तित्व। आपका परिचय क्षेत्र विस्तृत होगा और आपके स्तर से ऊंचे अधिकारी भी आपसे परिचित होंगे। यद्यपि आप नम्र होंगे, परंतु आप किसी के दबाव में नहीं रह सकेंगे। उच्चाधिकारियों से भी आपका परिचय मित्रवत् ही होगा। समाज में आपको आदरणीय स्थान प्राप्त होगा। यद्यपि आप व्यस्त अधिक होंगे, फिर भी कुछ न कुछ समय आप सामाजिक कार्यो के लिए निकाल लेंगे।
आपकी अद्भूत प्रतिभा ही आपको उच्च पद पर आसीन करने में सहायक होती है। मित्रों से आपको भरपूर सहयोग मिलेगा तथा जीवन में इस प्रकार के सहयोगियों की कमी नहीं रहेगी। साहसिक कार्यो में आपकी रूचि बराबर बनी रहेगी तथा कुछ ऐसा कर गुजरने को आतुर होंगे जो आपको चमका दें, ऊंचा उठा दे, प्रसिद्धि दिला दे।
मूलांक 7 और व्यवसाय: तैराकी, अभिनय, फिल्म व्यवसाय, वायु सेवा, पर्यटन, ट्रांसपोर्ट ,वकालत , जल जहाज के कार्य, पत्रकारिता, संपादन कार्य, रबर, टायर, ट्यूब्स, प्लास्टिक वर्क, ललित-कला संबंधी कार्य, राज्याधिकारी, जासूसी, तरल पदार्थो का क्रय-विक्रय, जादू के कार्य, कूटनीतिक कार्य, नियंत्रक, भूमिगत पदार्थो व संगीत से जुड़े व्यवसाय।
मूलांक सात के मित्र अंक: 1,3,5,
मूलांक सात के शत्रु अंक: 2,4,6
मूलांक 7 और रोग: जब भी आपके जीवन में रोग की स्थिति आएगी तब आपको पेट दर्द, छूत के रोग, पसीने की अधिकता व दुर्गंध, आमाशय दोष, कब्जियत, नींद न आना, भूख न लगना, गुप्तांग संबंधित रोग, वात व गठिया इत्यादि रोग होते हैं। रोग होने, अशुभ समय आने, कष्ट व विपत्ति के समय आपको नरसिंह भगवान की पूजा व उपासना करनी चाहिए।
Rajesh Shrimali
Vedic Astrologer, Kudali Vishleshan, Numerology & Horoscope Consultation
Counsel him for the guidance & be master you need in your life, be it for getting an answer for the issues you face in any social status or the best approach to develop with positive vibes.